Friday, July 10, 2009

भावना

मात्र साधारण सी
बहुत ही मामूली
मन मैं यदा -कदा
उठ जाने वाली
एक छोटी सी चाह....
क्या आप परिचित है ???/
हां , ठीक कहाँ -
वही भावना .....
जिसके पूर्ण हो जाने पर
कोई ख़ास ख़ुशी नही होती
और जिसके अपूर्ण रह जाने पर भी
न ही ज्यादा दुःख होता है .....
यकीनन कुछ भावः इसे
जीवन्तता प्रदान करते है .....
वर्ना यह क्या है ---
मात्र साधारण सी
बहुत ही मामूली
मन मैं यदा-कदा
उठ जाने वाली
एक छोटी सी चाह .........

No comments:

Followers

About Me

अपने विचारों मैं उलझी किन राहों मैं नहीं भटकी खुद की तलाश में वक्त को बिताती हूँ पर जवाब नहीं पाती हूँ .... लोगों से मिलती हूँ ताल भी मिलाती हूँ अजनबी होने से थोडा खौफ खाती हूँ पर खुद को बहुत दूर बहुत दूर पाती हूँ ....