सूरज का चमकना
जी भर के गरजना
झीलों का सिकुड़ना
धरती का झुलसना
किसने नहीं देखा
क्या तुमने न जाना ?
वो दर्द पुराना
पागल सा दीवाना
बदल का इतरना
फिर जैम के बरसना
किसने नहीं देखा
क्या तुमने न जाना ?
गीत विरह का
स्नेह जतन का
फूल ह्रदय का
आहात हुआ जाना
किसने नहीं देखा
क्या तुमने न जाना.?
भावना शर्मा
जी भर के गरजना
झीलों का सिकुड़ना
धरती का झुलसना
किसने नहीं देखा
क्या तुमने न जाना ?
वो दर्द पुराना
पागल सा दीवाना
बदल का इतरना
फिर जैम के बरसना
किसने नहीं देखा
क्या तुमने न जाना ?
गीत विरह का
स्नेह जतन का
फूल ह्रदय का
आहात हुआ जाना
किसने नहीं देखा
क्या तुमने न जाना.?
भावना शर्मा